बड़ौदा एनआरआई सेवाएं.
भारत लौट रहे भारतीय अर्थात जो पहले अनिवासी भारतीय थे और अब भारत में स्थायी रूप से रहने के लिए लौट रहे हैं, उन्हें निम्नलिखित कार्य हेतु भारत में आरएफसी खाते खोलने और बनाए रखने के लिए अनुमति दी गई है
बैंक ऑफ बड़ौदा, अनिवासी भारतीयों जो यहां स्थायी रूप से बसने के इरादे से भारत लौट रहे हैं, के लिए लाभकारी जमा योजनाएं प्रदान करता है. आपके मौजूदा सभी प्रत्यावर्तन योग्य खातों को आरएफसी (निवासी विदेशी मुद्रा) में किसी भी एक में नामित / या एक से अधिक विदेशी मुद्राओं- यूएसडी, जीबीपी, यूरो, जेपीवाई, सीएडी एवं एयूडी के खातों में अंतरित किया जा सकता है.
साधारण अनिवासी खातों को भारत में खाताधारक की वापसी और फलस्वरूप भारत के निवासी बनने पर निवासी खातों के रूप में नामित किया जाएगा.
खाताधारक की भारत वापसी एवं भारतीय निवासी बनने पर एनआरई खाते, उसके द्वारा दिए गए विकल्प के अनुसार निवासी रुपया खातों या में आरएफसी खातों में परिवर्तित हो जाएगें. एनआरई सावधि जमा के मामले में ये खाते निवासी खाते में परिवर्तित होने के बाद भी परिपक्वता तक ब्याज की सहमत दर अर्जित करते रहेगें.
एफसीएनआर खाते खाताधारक के भारत में वापस लौटने और भारतीय निवासी बनने पर निवासी रुपया खातों या आरएफसी खाते में उसके द्वारा दिए गए विकल्प के अनुसार परिवर्तित हो जाएंगे.
यदि खाता निवासी रुपया खाते में परिवर्तित किया जाता है तो विदेशी मुद्रा राशि रूपांतरण के दिन लागू विनिमय दर पर भारतीय रुपए में परिवर्तित हो जाएगी. ऐसी जमा राशियों पर लागू प्रासंगिक दर पर नई जमा राशियों पर ब्याज देय होगा.
यदि राशि आरएफसी खाते में अंतरित की जाती है तो आरएफसी खाते पर लागू ब्याज दर देय होगा. आप अपनी इच्छानुसार भविष्य की किसी भी तारीख को, अपनी भारत वापसी के समय लाई गई संपत्ति अथवा विदेश में धारित संपत्ति से आरएफसी खाता खुलवा सकते हैं.